सेना की जांच में भरोसा नहीं: मृत कैप्टन की मां
कैप्टन सुमित कोहली की मां वीणा कोहली ने शनिवार को यहां रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी से मुलाकात कर उनसे इस मामले में न्याय की मांग की।
एंटनी से मुलाकात के बाद वीणा ने संवाददाताओं से कहा, "वह एक प्रतिभाशाली बेटा था। वह बहादुर था। वह कायर नहीं था। मैं विश्वास नहीं करती कि उसने आत्महत्या की होगी। वह निश्चित रूप से ऐसा अकेला व्यक्ति (सेना में अपना जीवन समाप्त करने वाला) नहीं था।"
वीणा ने कहा कि उन्हें लगता है कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक जम्मू एवं कश्मीर की लोलाब घाटी में स्थित सेना के आवासीय परिसर में उसकी हत्या की गई थी।
कैप्टन कोहली को 2006 में गणतंत्र दिवस के अवसर पर शांतिकाल के दौरान दिया जाने वाला सेना का तीसरा सर्वोच्च सम्मान शौर्य चक्र मिला था। उसी साल 30 अप्रैल में एक गोली लगने से उनकी मृत्यु हो गई थी। वह आतंकवाद प्रभावित लोलाब घाटी में 18 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे।
वीणा का कहना कि उनके बेटे की मौत को आत्महत्या बताकर सेना ने उसकी छवि धूमिल की है।
उन्होंने कहा, "मैं अपने बेटे का सम्मान दोबारा प्राप्त करना चाहती हूं। मैं एक स्वतंत्र जांच चाहती हूं। मुझे सेना की जांच में विश्वास नहीं है।"
उन्होंने बताया कि उन्होंने 20 मिनट तक एंटनी से मुलाकात की और उन्हें स्वतंत्र जांच कराए जाने का आश्वासन मिला है।
उन्होंने कहा, "शव की परीक्षण जांच ने मेरा संदेह बढ़ा दिया है। दो चिकित्सा रिपोर्ट हैं जो कि एक-दूसरे के विपरीत हैं। एक कहती है कि घाव ठुड्डी के दाहिनी ओर था तो दूसरी कहती है कि बाईं ओर था।"
सुमित की मौत के एक दिन बाद कोहली परिवार को एक और हादसा झेलना पड़ा था। बेटे के अंतिम संस्कार के बाद उसकी मौत से व्यथित पिता की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।