पाकिस्तान बाढ़ : 20 लाख लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा
बाढ़ के कारण पाकिस्तान की लगभग 2 करोड़ आबादी विस्थापित हो गई है। खबर-पख्तूनख्वा प्रांत में डायरिया के दो मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यहां से नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। यहां हैजा के भी कई मामले सामने आ चुके हैं।
सूत्रों ने आईएएनएस से कहा कि अस्थाई कैंपों में स्वास्थ्य सुविधाओं का जबर्दस्त अभाव है, जिसके कारण पानी से फैलने वाले रोगों का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा पेयजल की भी घोर किल्लत है।
पाकिस्तान के सिंध, पंजाब और बलूचिस्तान प्रांतों में पेयजल की गंभीर समस्या है। बारिश शुरू होते ही यहां पेट की बीमारियों में इजाफा हो गया। बाढ़ और इसके कारण हुए विस्थापन से समस्या और भी विकराल हो गई है।
स्वास्थ्य संगठनों ने समस्याग्रस्त इलाकों में डायरिया के इलाज के लिए करीब 15 केंद्र स्थापित किए हैं। इसके अलावा कई मोबाइल इकाइयां भी काम कर रही है।
मलेरिया का सामना करने के लिए जहां समस्याग्रस्त इलाकों में मुफ्त दवाएं बांटी जा रही हैं, वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूनीसेफ से 5 लाख मच्छरदानियों की भी मांग की है।
सूत्रों ने बताया कि घरेलू स्तर पर इनकी समुचित आपूर्ति नहीं हो पाने के कारण इनका विदेशों से आयात करना पड़ेगा।
स्वास्थ्य सचिव खुशनूद अख्तर लाशरी ने आईएएनएस को बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में 150 टन से अधिक दवाएं भेजी गईं हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर हुए विस्थापन और कई इलाकों में पहुंचने में हो रही दिक्कतों के कारण समस्या कई गुना बढ़ गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।