अर्जेटीना जाएगी महिला हॉकी टीम (लीड-1)
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त के.पी.एस. गिल के नेतृत्व वाले भारतीय हॉकी महासंघ (आईएचएफ) से अलग निजी खेल संगठन एचआई की यह टीम 21 अगस्त को अर्जेटीना रवाना होगी। विश्व कप 29 अगस्त से शुरू हो रहा है।
महिला टीम को अर्जेटीना जाने की न्यायालय की अनुमति इस आधार पर मिली कि केंद्र सरकार समय रहते यह नहीं बता सका कि उसने इस प्रतियोगिता के लिए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) को आईएचएफ द्वारा चुनी गई टीम भेजने की अनुमति हासिल कर ली है।
न्यायालय ने कहा कि एफआईएच ने एचआई द्वारा मान्य टीम को ही विश्व कप में खेलने की अनुमति देने की बात कही थी, लिहाजा न्यायालय ने इसी आधार पर भारतीय टीम को अर्जेटीना भेजने की अस्थाई व्यवस्था की है।
सरकार ने न्यायालय को बताया कि उसने आईएचएफ को मान्यता दिलाने के संबंध में एफआईएच से संपर्क साधा और उसे एफआईएच के जवाब का इंतजार है।
एफआईएच ने पिछले सप्ताह खेल मंत्रालय को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि वह आईएचएफ द्वारा भेजी गई टीम को विश्व कप में खेलने की अनुमति नहीं देगा क्योंकि 2000 में दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के कारण उसकी मान्यता समाप्त कर दी गई थी।
इससे पहले की सुनवाई में सरकार ने न्यायालय से कहा था कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त है कि एफआईएच गिल के नेतृत्व वाले संगठन द्वारा चुनी गई टीम को विश्व कप में खेलने की अनुमति प्रदान कर देगा।
न्यायाधीश आरवी रवींद्रन और न्यायाधीश एचएल गोखले की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि फिलहाल आईओए और एचआई द्वारा चुनी गई टीम को अर्जेंटीना जाने की अनुमति दी जा रही है लेकिन इस मामले में अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी।
न्यायालय ने यह भी कहा कि एचआई और आईओए द्वारा चुनी गई टीम बिल्कुल वही है, जो भारतीय खेल प्राधिकरण ने चुनी है, लिहाजा टीम के चयन को लेकर किसी प्रकार का संदेह नहीं पैदा होता।
न्यायालय ने कहा कि उसके इस आदेश का यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि वह एचआई को किसी प्रकार की मान्यता देने का संकेत दे रहा है। टीम को अर्जेटीना भेजने का फैसला हालात की मजबूरी और अस्थाई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।