कोल इंडिया दो-तीन दिनों में तय करेगी प्रमुख निवेशक
भारतीय कोयला उपभोक्ता संघ द्वारा आयोजित एक सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा, "इस बारे में फैसला अगले दो से तीन दिनों में हो जाएगा।"
प्रमुख निवेशक कंपनी के शेयरों का वह ख्ररीददार होता है जो सार्वजनिक निर्गम जारी होने से पहले ही कंपनी के शेयर खरीदता है।
प्रमुख निवेशक की संकल्पना को पिछले साल ही सेबी (भारतीय बाजार नियामक प्राधिकरण) ने मंजूरी दी थी। प्रमुख निवेशक को योग्य संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्से में से 30 प्रतिशत हिस्सेदारी ही आवंटित की जा सकती है।
कोल इंडिया इस आईपीओ के जरिए सरकार की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के 63.16 करोड़ से ज्यादा शेयर सार्वजनिक बिक्री के लिए जारी करेगी।
कंपनी का आईपीओ 18 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक खुला रहेगा।
जायसवाल ने कहा कि पर्यावरण से संबंधित मुद्दे कोई समस्या नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि 10-15 प्रतिशत से ज्यादा इलाका प्रतिबंधित क्षेत्र में रहेगा।"
पर्यावरण मंत्रालय ने हाल ही में कोयला भंडार वाले जंगलों में स्थित जमीन के बड़े हिस्से को 'नो गो एरिया' यानि खनन गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र में शामिल कर लिया है। इससे कोल इंडिया के आईपीओ का मूल्यांकन प्रभावित हो सकता है।
कोल इंडिया के निदेशक (तकनीकी) ने कहा कि कंपनी ने वर्ष 2010-11 में 46.05 करोड़ टन कोयले का उत्पादन करेगी जबकि पिछले साल 43.1 करोड़ टन कोयले का उत्पादन हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।