गेउ गांव को कहीं और स्थानांतरित करेगी हिमाचल सरकार
शिमला, 7 अगस्त (आईएएनएस)। एक भिक्षु के 550 वर्ष पुराने संरक्षित शव के लिए चर्चित लाहौल एवं स्पीति जिले के 'गेउ' गांव को अब किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा। भारी बारिश के कारण आई भयानक बाढ़ के चलते यह गांव नष्ट हो गया था।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने शनिवार को जिला प्रशासन को इस संबंध में निर्देश दिया वह गांव को कहीं और स्थानांतरित करें।
एक सरकारी बयान में धूमल के हवाले से कहा गया है, "हम पारंपरिक जनजातीय गांव 'गेउ' को स्पीति घाटी में किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने में हर तरह की मदद मुहैया कराएंगे, क्योंकि यह गांव भयानक बाढ़ में बह गया है और यहां जान-माल को खतरा उत्पन्न हो गया है।"
धूमल ने कहा कि गांव को स्थानांतरित करने के मुद्दे पर केंद्र सरकार से पहले ही बातचीत की जा चुकी है।
उन्होंने कहा, "राज्य सरकार द्वारा हर्लिग गांव के पास सिलचे में वैकल्पिक जंगली इलाके की पहचान की गई है, जहां गांव को आसानी से स्थानांतरित किया जा सकता है।"
'गेउ' समुद्र तल से 10,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यह गांव राज्य की राजधानी शिमला से कोई 340 किलोमीटर दूर भारत-तिब्बत सीमा पर स्थित है।
प्रति वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक, खासतौर से अनुसंधानकर्ता, एक विहार में प्राकृतिक रूप से संरक्षित इस शव को देखने के लिए आते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।