अफगानिस्तान में 6 जर्मन और 2 अमेरिकी मारे गए (लीड-2)
समाचार एजेंसी 'डीपीए' के अनुसार अफगानिस्तान के पूर्वोत्तर बदख्शां प्रांत के पुलिस प्रमुख अका नूर किंतोज ने बताया कि पाकिस्तान की सीमा पर स्थित एक सुदूरवर्ती इलाके नूरिस्तान में इन लोगों की हत्या की गई।
इस हमले में जिंदा बचे एक अफगान व्यक्ति ने बदख्शां के कारान-नू-मुंजान जिले की पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद इन शवों को बरामद किया गया।
सैय्यदुल्लाह नामक जिंदा बचे अफगान व्यक्ति की सूचना के आधार पर किंतोज ने बताया, "लंबी दाढ़ी वाले हमलावरों ने पहले विदेशियों को ढूंढ़ा और फिर उन्हें गोली मार दी।"
सूत्रों के अनुसार ये विदेशी नागरिक काबुल में एक अस्पताल में काम करते थे और पंजशीर प्रांत के रास्ते इस इलाके में यात्रा कर रहे थे।
किंतोज ने बताया, "सैय्यदुल्लाह से मिली जानकारी और शवों के पास मिले पासपोर्ट से पता चला कि उनमें छह जर्मन और दो अमेरिकी थे। मारे गए जर्मन नागरिकों में तीन महिलाएं शामिल हैं।"
काबुल में जर्मन दूतावास ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता कैटलिन हैडिन ने कहा, "हमारे पास इस घटना पर विश्वास करने के कारण हैं क्योंकि मृतकों में कई अमेरिकी नागरिक हैं।"
अफगानिस्तान में लोगों की आंखों की समस्याओं का इलाज करने वाली एक धर्मार्थ चिकित्सा संस्था ने आशंका व्यक्त की है कि मारे गए लोग उसके कर्मचारी हो सकते हैं।
संस्था की तरफ से कहा गया, "हमें सूचना मिली है कि बदख्शां में 10 लोगों को मार दिया गया है जिसमें विदेशी और अफगान दोनों शामिल हैं। आशंका है कि ये लोग अंतर्राष्ट्रीय सहायता मिशन (आईएएम) की आंख शिविर दल के सदस्य हो सकते हैं।"
उधर तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक अज्ञान स्थान से फोन पर 'डीपीए' को बताया कि उसके लड़ाकों ने नूरिस्तान प्रांत में शुक्रवार को चार महिलाओं सहित नौ विदेशी नागरिकों की हत्या की है।
प्रवक्ता ने दावा किया कि मारे गए लोग 'ईसाई मिशनरी' से जुड़े हुए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।