लोकसभा अध्यक्ष का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण : भाजपा
भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे ने संवाददाताओं से यहां कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। आम आदमी को उम्मीद थी कि उसे (मूल्य वृद्धि से) कुछ राहत मिलेगी। यह निर्णय उनके लिए (आम आदमी) के लिए निराशाजनक और झटका देने वाला है।"
उन्होंने कहा कि मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर विपक्ष की एकजुटता बरकरार रहेगी और गुरुवार को हम इस मुद्दे को सदन में दोबारा उठाएंगे।
मुंडे ने कहा, "इस मुद्दे पर कल विपक्ष फिर एकजुट होगा। हम सरकार को घेरेंगे। हम अपनी रणनीति पर कल निर्णय लेंगे।"
कार्यस्थगन प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद विपक्ष और पार्टी के पास विकल्पों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि रणनीति पर गुरुवार सुबह निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा नेता ने कहा, "हम एकजुट रहेंगे और इस मुद्दे को आक्रामक ढंग से उठाएंगे।"
मुंडे ने कहा कि मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर विपक्ष के कार्यस्थगन प्रस्ताव की मांग को यदि सरकार ने मंजूर कर लिया होता तो यह उचित होता।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष एकजुट है। यहां तक कि सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के एक घटक दल तृणमूल कांग्रेस ने भी नियम 193 के तहत मूल्य वृद्धि पर चर्चा कराने के लिए नोटिस दिया था।
मुंडे ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के निर्णय के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं ने मुलाकात की और इस मुद्दे पर सरकार पर लगातार दबाव बनाने का निर्णय लिया गया।
भाजपा नेता ने कहा, "हम इस मुद्दे को दोबारा उठाएंगे। हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं।"
एक अन्य भाजपा नेता ने कहा कि मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर पार्टी ऐसे नियमों के तहत चर्चा कराने पर जोर दे सकती है जिसमें मतदान जरूरी हो। उन्होंने कहा कि कार्यस्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है लेकिन अन्य नियमों के तहत चर्चा और मतदान की मांग उठाई जा सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।