सईद की रिहाई से भारत निराश (लीड-2)
अदालत के इस फैसले पर निराशा व्यक्त करते हुए नई दिल्ली ने इस्लामाबाद से कहा है कि वह इस तरह के तत्वों के खिलाफ अर्थपूर्ण कार्रवाई करे।
सर्वोच्च न्यायालय ने नजरबंदी से सईद की रिहाई के पंजाब उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ पंजाब की प्रांतीय और संघीय सरकार की अपीलों को खारिज करते हुए कहा कि उसके खिलाफ अपर्याप्त साक्ष्य थे।
न्यायमूर्ति नासिर-उल-मुल्क की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खण्डपीठ ने मामले की मंगलवार को सुनवाई की।
बचाव पक्ष के वकील ए.के.डोगर ने बताया कि अदालत ने कहा कि सरकार लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सईद के खिलाफ मुंबई हमले से संबंधित कोई भी सबूत पेश नहीं कर पाई।
अदालत के इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश सचिव निरूपमा राव ने संवाददाताओं से कहा, "यह निराशाजनक है। भारत का हर नागरिक इससे निराश हुआ है। हम सईद को मुंबई हमले का एक प्रमुख साजिशकर्ता मानते हैं। उसने भारत के खिलाफ खुले रूप में जिहाद का ऐलान किया है।"
राव ने कहा, "भारत की ओर से पाकिस्तान को सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत मुहैया कराए गए हैं। हम आशा रखते हैं कि पाकिस्तान हमारी चिंताओं के प्रति संवेदनशील होगा और इस तरह के तत्वों के खिलाफ अर्थपूर्ण कार्रवाई करेगा।"
ज्ञात हो कि सईद ने फरवरी में भारत के खिलाफ जेहाद का ऐलान किया था। मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के बाद अमेरिकी और भारतीय दबाव के चलते संयुक्त राष्ट्र ने जमात-उद दावा (जेडी) को लश्कर-ए-तैयबा का ही एक रूप बताया था। इसके बाद दिसम्बर 2008 से सईद नजरबंद है।
भारतीय संसद पर 13 दिसम्बर, 2001 को हुए हमले के लिए भारत ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद यह संगठन जमात-उद दावा (जेडी) के रूप में उभरा।
लाहौर उच्च न्यायालय ने जून 2009 में सईद के खिलाफ अपर्याप्त सबूत होने के चलते उसकी गिरफ्तारी से इंकार कर दिया था।
संघीय और पंजाब की प्रांतीय सरकारों ने इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अपील की थी लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने मामले में सुनवाई अनिश्चितकाल के लिए टाल दी थी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अप्रैल में थिम्पू में आयोजित दक्षेस सम्मेलन से इतर अपने पाकिस्तानी समकक्ष यूसुफ रजा गिलानी से मुलाकात के दौरान सईद के खिलाफ कार्रवाई न होने पर चिंता जताई थी। पाकिस्तान ने सईद की सजा में होने वाली कानूनी कठिनाइयों का हवाला दिया था।
भारत ने 21 अगस्त, 2009 को मुंबई आतंकवादी हमले से सईद के जुड़े होने संबंधी नई जानकारी का एक और दस्तावेज पाकिस्तान को सौंपा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।