एयर इंडिया में 15 हजार कर्मचारी हड़ताल पर (राउंडअप)
मीडिया से बात न करने के आदेश और वेतन मिलने में देरी से असंतुष्ट कर्मचारियों ने अचानक हड़ताल पर जाने का फैसला किया। 22 मई 2010 को हुई भीषण विमान दुर्घटना के बाद से एयर इंडिया के 123 में से 116 विमान संचालित हो रहे हैं।
एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "बड़े शहर में उड़ानें प्रभावित नहीं हुई हैं, लेकिन कुछ छोटे हवाई अड्डों पर कुछ उड़ानों के समय में बदलाव किया गया है।"
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, "एयर इंडिया के कर्मचारियों का एक समूह सुबह और दोपहर को उन्हें सौंपे गए काम को छोड़कर बाहर निकल गया था। प्रबंधन परिचालन गतिविधियों को सामान्य बनाए रखने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर रहा है।"
मुंबई से चार उड़ानें रद्द होने के सवाल का जवाब देते हुए प्रवक्ता ने कहा, "चार उड़ानें रद्द की गई हैं और कुछ उड़ानों को देर से या संयुक्त रूप देकर संचालित किया गया है। प्रबंधन सभी परिचालनों को सामान्य बनाने के हरसंभव प्रयास कर रहा है।"
प्रवक्ता ने यात्रियों को हो रही असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा, "परिचालन में अव्यवस्था से यात्रियों को हुई परेशानी के लिए प्रबंधन खेद व्यक्त करता है।"
सूत्रों के मुताबिक कर्मचारियों की कमी के चलते कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। दिल्ली-कोलकाता (आईसी 264), दिल्ली-मुंबई (आईसी 805), दिल्ली-अहमदाबाद (आईसी 469) और दिल्ली-पुणे (आईसी 849) उड़ाने रद्द कर दी गई हैं।
एयर इंडिया यूनियन के सूत्रों ने कहा है कि हड़ताल के कारण देश भर के हवाई अड्डों पर कंपनी की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। इस कारण कई उड़ानों में देरी की खबर है।
यूनियन ने कहा कि उन्होंने प्रबंधन से अपनी मांगों को लेकर कई बार बात करने का प्रयास किया लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुए।
एयर कारपोरेशन इंप्लाइस यूनियन (एसीईयू) के महासचिव आनंद प्रकाश ने कहा, "हड़ताल प्रमुख रूप से चार-पांच मांगों को लेकर बुलाई गई है। हमारे साथ कंपनी के 12,000 चालक दल के सदस्य और इंजीनियर हैं। इस कारण सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।"
उन्होंने कहा, "उन्होंने समय-समय पर हमारी वेतन संबंधी मांगों की उपेक्षा की है। ग्राउंड हैंडलिंग की नई नीति भी हमें प्रभावित कर रही है।"
एयर एंडिया द्वारा हाल ही में जारी आदेश में कर्मचारियों को मीडिया से बात न करने की हिदायत दी गई है, इस आदेश ने कर्मचारियों के असंतोष को और बढ़ा दिया है।
चालक दल के सदस्य और रख-रखाव इंजीनियर अपनी कई मांगों को लेकर हड़ताल पर गए हैं। उनकी प्रमुख शिकायत यह है कि उन्हें समय पर वेतन नहीं मिलता है।
एयर इंडिया ने इससे पहले कर्मचारियों के उत्पादकता आधारित भत्ते (पीएलआई) में 50 प्रतिशत की कटौती करके 700 करोड़ रुपये बचाने का आदेश जारी किया था। एयर इंडिया में कुल कर्मचारी वेतन का 30 से 50 प्रतिशत हिस्सा पीएलआई के जरिए ही मिलता है। पिछले अगस्त माह से एयर इंडिया में पीएलआई का भुगतान नहीं किया गया है।
एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त करके उड़ानों के परिचालन को सामान्य बनाने की अपील की है। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा "यह कंपनी के लिए संकट का समय है, प्रबंधन कर्मचारियों से नम्रतापूर्वक अपील करता है कि वे आगे आकर हाथ मिलाएं और एयर इंडिया मजबूत बनाएं और अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन के जरिए साबित करें कि एयर इंडिया किसी भी आपात स्थिति से उबर सकती है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।