निर्दोषों को पकड़ रही पुलिस : नक्सली नेता
रायपुर, 25 मई (आईएएनएस)। एक नक्सली नेता ने कहा है कि छह अप्रैल को दंतेवाड़ा में सुरक्षा बल के जवानों पर किए गए हमले जिसमें 76 जवान शहीद हुए थे, के सिलसिले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने छह निर्दोष जनजातीय को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों का उस घटना से कोई लेना-देना नहीं है।
दंडकारण्य स्पेशल जोन कमिटी के सदस्य नक्सली नेता रमन्ना ने बीबीसी हिन्दी सेवा को फोन पर बताया है कि पकड़े गए छह लोग निर्दोष ग्रामीण हैं। उनमें से एक सरपंच है, जिस पर गलत इल्जाम लगाकर फंसाया गया है।
रमन्ना ने इस बात से इंकार किया है कि गिरफ्तार किया गया सरपंच नागरिक सेना का कमांडर है।
रमन्ना ने कहा कि पुलिस ये गिरफ्तारियां प्रशासन के दबाव में कर रही है। दंतेवाड़ा की घटना में शामिल किसी भी नक्सली को अभी तक पकड़ा नहीं गया है। पुलिस मीडिया में प्रचार के लिए इस तरह के दावे कर रही है।
उसने इस बात को खारिज किया कि नक्सली केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वायरलेस सेटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उसने दावा किया कि उन्हें ये सेट जवानों पर हुए हमले के बाद दिए गए थे।
रमन्ना ने यह भी दावा किया कि 17 मई को एक बस पर किए गए हमले में आम लोगों को निशाना नहीं बनाया गया था। याद रहे कि दंतेवाड़ा में एक यात्री बस को बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उड़ाया गया था, जिसमें महिलाओं व बच्चों सहित 31 लोग मारे गए थे।
नक्सली नेता पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस आम ग्रामीणों की जिंदगी तबाह करने के दोषी मानते हुए निर्दोष लोगों को बेवजह परेशान कर रही है।
दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ पुलिस ने सोमवार को दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए छह लोग नक्सलियों से सहानुभूति रखते हैं। उनमें से एक बारसा लखमा स्वयंभू नक्सली कमांडर है और छह अप्रैल को हुए नरसंहार में उसका हाथ रहा है।
पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि पुलिस दल ने चिंतलनार (जहां हमला हुआ था) से लगभग चार किलोमीटर दूर कोट्टाबुरा गांव में छापेमारी की। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ नक्सली वहां अड्डा जमाए हुए हैं।
गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम स्वयंभू कमांडर के अलावा ओयम हिदमा, पोडियानी हिदमा, कवासी बुडरा, ओया गंगा व दुर्गा जोगा बताए गए हैं।
मिश्रा ने कहा कि पकड़े गए लोग ग्रामीण सेना से जुड़े हुए हैं और नक्सलियों के समर्पित कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए छह लोग उन सौ ग्रामीण सेना के हिस्से हैं, जिन्होंने हमले में 190 नक्सलियों की मदद की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस