सीमाओं पर एकीकृत चेकपोस्ट स्थापित करेगा भारत
ये चेकपोस्ट यात्री सुविधाओं और मालवाहक स्टेशनों पर सीमा शुल्क और अप्रवासन सुविधाओं से युक्त होंगी। यहां तौल कांटा, सुरक्षा व जांच उपकरण, स्वास्थ्य सुविधाएं और बैंक की सेवाएं भी दी जाएंगी।
यात्रियों की सुविधा के लिए विश्रामगृह, भोजनालय, दुकानें, सीसीटीवी, पार्किं ग, गोदाम और विभिन्न जनसुविधाएं उपलब्ध होंगी।
ऐसी 13 चेकपोस्ट बनाने की योजना पर सरकार 6.35 अरब रुपये खर्च करेगी। पहले चरण में सरकार छह चेकपोस्ट बनाने जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव (सीमा व्यवस्था) ए. ई. अहमद ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, "ये चेकपोस्ट विदेशों से आयात-निर्यात को व्यवस्थित करने और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शुरू की जा रही हैं।"
उन्होंने कहा, "पहले चरण में छह एकीकृत चेकपोस्ट रक्सौल और जोगबनी (बिहार) में नेपाल सीमा पर, अटारी (पंजाब) में पाकिस्तान सीमा पर और अखरोल (त्रिपुरा,) दावकी (मेघालय) एवं करीमगंज (असम) में बांग्लादेश सीमा पर बनाई जाएंगी। "
उन्होंने कहा, "अटारी, रक्सौल, जोगबनी और अखरोल में चेकपोस्ट बनाने का काम शुरू हो गया है बाकी जगह पर यह काम जल्द ही शुरू होगा।"
अहमद ने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर एकीकृत चेकपोस्टों का निर्माण एक बड़ी योजना है। इसे 11वीं पंचवर्षीय योजना में शामिल किया गया था।"
सरकार ने इन चेकपोस्टों के काम का नियंत्रण करने के लिए एक लैंड पोर्ट अथॉरिटी की स्थापना की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।