नक्सल विरोधी अभियान पर केंद्र से मतभेद नहीं : रमन (लीड-1)
दंतेवाड़ा में हाल ही में हुए नक्सली हमले के बाद बुधवार को दिल्ली पहुंचे रमन सिंह ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात की। इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, "गृह मंत्री से विस्तार से और खुले मन से बातचीत हुई। हाल ही में दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले सहित सभी मुद्दों पर उनसे चर्चा हुई।" दंतेवाड़ा हमले में 35 लोग मारे गए थे।
नक्सल विरोधी अभियान के मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ किसी भी प्रकार की गलतफहमी या मतभेद होने से इंकार करते हुए सिंह ने कहा, "नक्सलियों के खिलाफ नरम और गरम रवैया अपनाया जाना समानांतर रूप से चलता रहता है लेकिन इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकार, अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस तथा मेरे और चिदंबरम के बीच कोई मतभेद नहीं है। हम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।"
नक्सलियों के खिलाफ हवाई हमले के उपयोग के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, "घने जंगलों में सुरक्षाकर्मी घायल होते हैं और उन्हें तत्काल राहत पहुंचाना महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा कि हवाई हमला जरूरी है। इस मुद्दे पर असहमत होने का कोई तर्क ही नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सिंह ने बुधवार को नक्सलियों को सबसे बड़ा आतंकवादी करार दिया था और कहा था कि नक्सलवाद देश में आतंकवाद का सबसे घिनौना स्वरूप है।
सिंह ने कहा था कि नागरिकों को मारना, सार्वजनिक परिवहन साधनों को निशाना बनाना, स्कूल बसों को निशाना बनाना, 'जन अदालतों' के माध्यम से लोगों को सजा देना और उन्हें मारना-पीटना एक तरह का आतंकवाद ही है।
नक्सली समस्या से रातों-रात नहीं निपटा जा सकता, इसके लिए दीर्घकालीन रणनीति बनानी होगी और साथ ही लंबे समय तक चलने वाली लड़ाई के लिए भी तैयार रहना होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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