शेखावत के निधन पर प्रधानमंत्री ने शोक जताया
प्रधानमंत्री ने कहा, 'शेखावत जी एक करिश्माई नेता थे। उन्होंने कुछ अन्य नेताओं के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक युग को परिभाषित किया। उनमें कई गुण थे। उनका नजरिया उदार था। सामाजिक कार्यकर्ता और सार्वजनिक हस्ती के रूप में वह हमेशा अपने सिद्धांतों के साथ खड़े रहे।'प्रधानमंत्री ने कहा कि भैरोसिंह शेखावत का ही साहस था कि उन्होंने 1982 के देवराला सती कांड का विरोध किया।
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वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सलमान खुर्शीद ने पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के निधन पर शोक जताया है। शेखावत का शनिवार को जयपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 86 वर्ष के थे। आडवाणी ने अपने शोक संदेश में कहा, 'भैरोसिंह शेखावत जी के साथ मेरी यादें 1952 के पहले आम चुनाव से शुरू होती हैं। भैरोसिंह शेखावत जी ने हर बार अपनी क्षमता साबित की।'
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खुर्शीद ने भी शेखावत के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि शेखावत एक बड़े नेता थे। खुर्शीद ने कहा, 'हम उनके निधन पर शोक जताते हैं और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं।' शेखावत को बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ की वजह से गुरुवार को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें शनिवार तड़के जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। अस्पताल सूत्रों के अनुसार शेखावत को सुबह 11.10 बजे मृत घोषित किया गया था। उनके परिवार में पत्नी सूरज कंवर और एक बेटी हैं।