रूस में जार की हत्या का मामला फिर खुला
बालशेविक क्रांतिकारियों ने 17 जुलाई 1918 में येकातेरिनबर्ग के उराल्स शहर में एक तहखाने में जार निकोलस द्वितीय उनकी पत्नी, चार बेटियों, एक बेटे सहित कई नौकरों को गोली मार दी थी।
शाही परिवार की सदस्य मारिया रोमानोव के आग्रह पर वर्ष 2008 में रूस के सर्वोच्च न्यायालय ने जार निकोलस द्वितीय और मारे गए उनके परिजनों के दफनाए गए शवों को बाहर निकालने का आदेश दिया था।
बासमेन्नी जिला अदालत ने हालांकि कहा था कि शाही परिवार के खिलाफ अपराध नहीं हुआ क्योंकि उन्हें देश की तरफ से मारा गया। शाही परिवार के सदस्यों की हत्या के आरोपियों की मौत हो चुकी है लिहाजा इस मामले को बंद कर दिया गया।
नए मुकदमे के दौरान शाही परिवार और लोक महाभियोजक कार्यालय के दलीलों और सबूतों का आकलन किया जाएगा, जोकि इसके पहले नहीं हो पाया था।
वकील जर्मन लूकीनोवा ने कहा, "शाही परिवार को विश्वास है कि इस मामले में उन्हें न्याय मिलेगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।