कश्मीरी चिकित्सक सिविल सेवा परीक्षा में टॉपर (लीड-1)
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने बताया कि कुल 875 उम्मीदवरों में से 680 पुरुष और 195 महिलाओं को प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए चयनित किया गया।
फैसल ने श्रीनगर से एमबीबीएस किया और उन्होंने पहले प्रयास में ही यह सफलता हासिल की है।
फैसल ने कहा, "मैं बहुत खुश हूं और देश के लोगों की सेवा करना चाहता हूं। लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन मुहैया कराकर मैं एक उदाहरण स्थापित करना चाहता हूं।"
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली से बी. टेक करने वाले प्राकाश राजपुरोहित ने दूसरा स्थान हासिल किया, वहीं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की इवा सहाय तीसरा स्थान हासिल करने में सफल रहीं। सहाय महिला उम्मीदवारों में शीर्ष पर हैं।
सहाय ने आईएएनएस से कहा, "मैं नौकरशाही के स्तर में सुधार लाना चाहती हूं इसलिए मैं लोगों की मदद करना चाहती हूं जो फाइलें लेकर एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर दौड़ते रहते हैं।"
यूपीएससी के मुताबिक टॉप करने वाले 25 लोगों में से 15 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं।
सिविल सेवा परीक्षा-2009 के लिए कुल 409,101 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। प्रारंभिक परीक्षा में 193,091 उम्मीदवार शामिल हुए थे और 12,026 परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल हुए थे।
मार्च-अप्रैल 2010 के दौरान साक्षात्कार के लिए कुल 2,432 उम्मीदवारों का चयन किया गया था।
इस साल की परीक्षा में सफल 875 उम्मीदवारों में से 30 शारीरिक रूप से अक्षम लोगों ने भी सफलता हासिल की है।
यूपीएससी ने बताया कि इन 30 में से 14 हड्डी संबंधी अक्षमता, 11 लोग श्रवण और पांच लोग दृष्टिहीनता से ग्रसित हैं।
इस परीक्षा में सफल होने वालों में 680 पुरुष और 195 महिलाओं को प्रतिष्ठित भारतीय प्रशानिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवाओं के लिए चयनित किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।