उत्तर प्रदेश पुलिस - फहीम, सहाबुद्दीन के खिलाफ सुबूत हमारे पास
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राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सबाउद्दीन रामपुर सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर हमले का मास्टरमाइंड था। उसके और फहीम अंसारी के खिलाफ हमारे पास ठोस और पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोनों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में लंबित हैं। हम जल्द ही उनकी सुनवाई की प्रक्रिया शुरू कराएंगे। दोनों को सुनवाई के लिए यहां लाया जाएगा।
मुंबई
पुलिस
नाकाम
रही
उत्तर
प्रदेश
के
विशेष
कार्य
बल
(एसटीएफ)
ने
बिहार
निवासी
सबाउद्दीन
अहमद
व
मुंबई
निवासी
फहीम
अंसारी
को
31
दिसंबर
2007
को
रामपुर
सीआरपीएफ
के
ग्रुप
सेंटर
पर
हमले
के
आरोप
में
फरवरी
2008
में
लखनऊ
और
रामपुर
से
गिरफ्तार
किया
था।
बाद
में
बेंगलुरू
स्थित
इंस्टीट्यूट
ऑफ
साइंस
में
हुए
धमाके
में
सबाउद्दीन
का
हाथ
होने
की
बात
जांच
में
सामने
आई
थी।
मुंबई के 26/11 आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश ने सबाउद्दीन और फहीम अंसारी को मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया है। दोनों पर मुंबई हमले के आरोपियों की मदद करने का आरोप था। मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि दोनों ने मुबई के विभिन्न स्थानों की रेकी करके पाकिस्तानी आतंकियों को मुंबई के नक्शे उपलब्ध कराये थे।
उल्लेखनीय है कि मुबई हाई कोर्ट ने कल(सोमवार) को कसाब की सुनवाई करते समय दोनों सहअभियुक्तों को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया। न्यायाधीश बहलियानी ने मुबंई पुलिस को दोनों अभियुक्तों के खिलाफ साक्ष्य ना जुटा पाने के लिए काफी फटकार लगायी थी।