बांग्लादेश ने एनडीएफबी सरगना को भारत को सौंपा (लीड-1)
शिलांग, 1 मई (आईएएनएस)। बांग्लादेश ने भारत के प्रमुख वांछित अपराधी और प्रतिबंधित संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनबीएफबी) के संस्थापक रंजन दयमारी को गिरफ्तार कर शनिवार को भारत को सौंप दिया। 2008 में असम में हुए श्रंखलाबद्ध बम विस्फोटों के मामले में भारत को दयमारी की तलाश थी। इन विस्फोटों में 100 लोगों की मौत हुई थी।
एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मेघालय के दावकी में शुक्रवार रात बांग्लादेशी अधिकारियों ने 50 वर्षीय बोडो जनजातीय पृथकतावादी आंदोलन के नेता दयमारी को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को शुक्रवार मध्य रात्रि में सौंपा। उसके बाद बीएसएफ ने उसे असम पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
दायमेरी और दो अन्य एनडीएफबी उग्रवादियों को गुवाहाटी स्थित असम पुलिस मुख्यालय लाए जाने के बाद से गुप्तचर विभाग और पुलिस की एक विशेष टीम पूछताछ कर रही है।
असम पुलिस के सूत्रों के मुताबिक एनडीएफबी के इस नेता को बांग्लादेश के शहरपुर जिले के जिनाईघाटी कस्बे में 17 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया था।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि, "बेशक उसकी गिरफ्तारी हमारे लिए एक बड़ी सफलता है।"
सूत्रों के मुताबिक सेना के गुप्तचर विभाग ने बांग्लादेश के अधिकारियों को जानकारी दी थी कि दयमारी का बेटा ढाका के एक स्कूल में पढ़ता है। इसके बाद दयमारी और उसकी पत्नी के फोन टेप करके उसे गिरफ्तार किया गया।
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के राजनीतिक सलाहकार मोहम्मद जमीर ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "हम आतंकवाद के खिलाफ साथ-साथ लड़ने को प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने हालांकि दयमारी की गिरफ्तारी की न तो पुष्टि की और न ही इसका खंडन किया।
मेघालय के पुलिस महानिदेशक एस. बी. काकाती ने आईएएनएस को बताया, "हां, हमें दयमारी को बीएसएफ को सौंपे जाने की खबर मिली है लेकिन मुझे अब तक इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।