डकैत रागिया ने ठेकेदार को जिंदा जलाया
पुलिस के अनुसार फतेहगंज थानाक्षेत्र के बघेलाबारी गांव का युवक सुभाष पटेल इलाके में किराए की जेसीबी मशीन से मिट्टी खुदाई का ठेका लिया करता था। वह बुधवार को कोल्हुआ जंगल के गोबरी-गोड़रामपुर गांव में बने नाले में खुदाई करवा रहा था। दोपहर को रागिया गैंग का एक सदस्य उसे मोटरसाइकिल से सुन्दर पटेल के पास ढुगन की पहाड़ी ले गया था। काम पर लगे मजदूरों का कहना है कि 'सुभाष ले जाने वाले को 'बाबूजी' कह रहा था।' शाम को करीब चार बजे लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी। इसके बाद जंगल में गए मवासीड़ेरा के आदिवासियों का कहना है कि करीब एक दर्जन डकैत किसी को एक गोली मारने के बाद पेड़ में बांधकर जिंदा जला रहे थे।
शुक्रवार दोपहर पुलिस ने क्षेत्राधिकारी अतर्रा राजेन्द्र प्रसाद की अगुवाई में फतेहगंज, बदौसा व कालिंजर की पुलिस पूंछी के जंगल से जली हुई शव बरामद की। मृतक के चाचा अशोक का कहना है कि काफी समय से रागिया गैंग उससे वसूली मांग रहा था। साथ ही वे लोग अपने खिलाफ पुलिस में मुखबिरी का आरोप लगा रहे थे। लाश पूरी जल चुकी है। ताबीज व अंगूठी से सुभाष की पहचान हुई है।
थानाध्यक्ष घनश्याम पाण्डेय का कहना है कि मृतक कभी ठोकिया गिरोह के लिए काम करता था। अब वह रागिया से जुड़ गया था। आपसी अनबन में रागिया ने उसे जिन्दा जला दिया।
बांदा के पुलिस उप महानिरीक्षक बीपी त्रिपाठी का कहना है कि कोल्हुआ जंगल में बांदा व चित्रकूट पुलिस को तलाशी अभियान पर लगाया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*