अजमेर शरीफ विस्फोट मामले में मप्र में गिरफ्तारी (लीड-2)
राजस्थान पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले से शुक्रवार को चंद्रशेखर नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इससे पहले एटीएस ने इसी मामले में बुधवार को अजमेर से देवेंद्र गुप्ता नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
देवेंद्र का संबंध भी मध्य प्रदेश से ही है। देवेंद्र से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर संयुक्त दल ने शुक्रवार को शाजापुर जिले की कालापीपल तहसील स्थित छपरी इलाके से चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया।
शाजापुर के पुलिस अधीक्षक पी.के.माथुर के अनुसार संयुक्त दल ने चंद्रशेखर की गिरफ्तारी की जानकारी शाजापुर पुलिस को दी है। उसे अजमेर शरीफ बम धमाकों की पूछताछ के लिए राजस्थान ले जाया गया है।
उधर,चंद्रशेखर के भाई सुभाष ने इंदौर की उच्च न्यायालय खंडपीठ मे बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। उनकेअधिवक्ता भुवन देशमुख के मुताबिक चंद्रशेखर को पहले पूछताछ के लिए सीबीआई की ओर से नेाटिस आया था, जिस पर उन्होंने स्थगन हासिल किया था, उसके बावजूद सीबीआई चंद्रशेखर को पूछताछ के लिए राजस्थान ले गई है। देशमुख ने इसे उच्च न्यायालय की अवमानना करार दिया है।
एटीएस के अनुसार दरगाह में विस्फोट को अंजाम देने के लिए चंद्रशेखर को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई थी। चंद्रशेखर जिस संगठन का सदस्य है उसका खुलासा नहीं हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक एटीएस टीम ने दरगाह में विस्फोट के लिए इस्तेमाल में लाए गए मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है।
विस्फोट मामले में मामले में पहले गिरफ्तार देवेंद्र को शुक्रवार को अजमेर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने12 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
गौरतलब है कि 11 अक्टूबर 2007 को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी और 30 घायल हो गए थे। दरगाह में जियारत के लिए देश-विदेश से हजारों जायरीन आते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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