दक्षेस सम्मेलन : हरित और सुखद दक्षिण एशिया का वादा
थिंपू, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। दक्षिण एशिया को हरित बनाने के लिए अगले पांच वर्षो के दौरान एक करोड़ पेड़ लगाने और सदस्य देशों के बीच व्यापारिक संबंध बेहतर बनाने के वादे के साथ यहां आयोजित 16वां दक्षेस शिखर सम्मेलन गुरुवार को समाप्त हो गया।
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के आठों सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने क्षेत्र से गरीबी के उन्मूलन के लिए कदम उठाने का भी वादा किया।
दो दिवसीय सम्मेलन के समापन अवसर पर संगठन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, "अगले पांच वर्षो के दौरान एक करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे।"
जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में 'दक्षेस अंतर सरकारी जलवायु संबंध आपदा प्रबंधन' शुरू करने की बात कही गई है।
सम्मेलन की मेजबानी करने वाले भूटान के प्रधानमंत्री और दक्षेस के अध्यक्ष जिगमी थिंले ने कहा कि पर्यावरण और व्यापार से जुड़े दो प्रमुख दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के साथ संगठन ने क्षेत्रीय सहयोग के एजेंडे को हासिल किया है।
थिंले ने कहा, "मुझे सदस्य देशों के बीच गहरी प्रतिबद्धता का अहसास हुआ है। मुझे आशा है कि अंतर सरकारी निकाय क्षेत्रीय सहयोग के लक्ष्य को पूरा करेगी।"
बयान में कहा गया है कि दक्षेस के सदस्य देश दोहरी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। उनके सामने जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक असर से निपटने के साथ सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान देने की चुनौती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।