जी-8, जी-20 नेताओं से नई आर्थिक नीतियां बनाने की मांग
जी-8 देशों के प्रमुख व्यापार संगठनों ने गुरूवार को 'जी-8 व्यापार घोषणापत्र' जारी किया। इन संगठनों ने मांग की है कि जी-8 और जी-20 देशों की सरकारें विश्व अर्थव्यस्था में विश्वास बहाली के लिए समन्वित नीतियों को लागू करें।
संगठन के नेताओं ने कहा कि दुनिया के सभी प्रमुख देशों को घरेलू राजकोषीय संतुलन की निगरानी के अलावा विश्व अर्थतंत्र में सुधार के प्रयास करने चाहिएं।
कनाडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष शानीन ब्रूडर ने कहा, "जी-8 और जी-20 सम्मेलनों में लिए गए फैसले प्रत्येक कनाडाई नागरिक को प्रभावित करेंगे। राजनेताओं की योग्यता इस बात पर निर्भर करती है कि वे व्यापारिक समुदाय द्वारा सुझाई गई बातों में से सही विकल्पों का चुनाव कर लें।"
जी-8 देशों के व्यापारी नेताओं ने कहा कि विकसित और विकासशील दोनों तरह के देशों में विकास की प्रकिया को स्थिर बनाए रखने का एकमात्र तरीका अतर्राष्ट्रीय व्यापार में बढ़ोतरी करना है।
उन्होंने कहा कि विश्व को इस समय दोहा दौर की अधूरी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की जरूरत है।
अपने एक बयान में संगठनों ने कहा कि, "विश्व व्यापार संगठन के जरिए संरक्षणवादी बाधाओं को दूर करके, निवेश का माहौल तैयार किया जाना चाहिए। साथ ही बौद्धिक संपदा अधिकारों के संरक्षण से व्यावसायिक माहौल का संरक्षण करना विकास दर को बनाए रखने और रोजगार बढ़ाने के लिए जरूरी है।"
इस सम्मेलन में कनाडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख, ब्रिटिश उद्योग परिसंघ, इटली उद्योग संघ, फेडरेशन ऑफ जर्मन इंडस्ट्री और रूस के उद्योग एवं व्यापार संघों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।