मंदी से उबरने वाले देशों में भारत टॉप पर
आईएमएफ के एशिया विशेषर् ने कहा कि "वर्ष 2009 के अंत तक अधिकांश एशियाई देशों में उत्पादन संकट से पहले के स्तर पर आ गया, उन अर्थव्यवस्थाओं में भी जहां संकट का सबसे अधिक प्रभाव हुआ था।" उन्होंने कहा कि एशिया में अर्थव्यवस्था में सुधार विभिन्न तरीकों से हुआ है। घरेलू अर्थव्यवस्था पर निर्भर चीन, भारत और इंडोनेशिया और निर्यात आधारित अर्थव्यवस्थाएं दोनों प्रकार के देश मंदी से तेजी से उबर रहे हैं।
आईएमएफ के विश्लेषण के अनुसार दो कारणों से एशिया के मजबूत प्रदर्शन को सहायता मिली है। इनमें पहला वैश्विक और घरेलू साजो सामान की उपलब्धता है, जिसने एशिया के औद्योगिक उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा दिया। दूसरा कारण निजी घरेलू मांग का बने रहना है।
यह पूछे जाने पर कि बढ़ती महंगाई दक्षिण एशिया के लिए गंभीर खतरा पेश करेगी, सिंह ने कहा कि यह आश्चर्यजनक नहीं है कि एशिया के अधिकांश देशों में मांग-आपूर्ति अंतर अब कम होने लगा है। उम्मीद है कि भारत सहित अन्य देशों में इस वर्ष के अंत तक मांग-उत्पादन अंतर सामान्य हो जाएगा।