'वैश्विक अर्थव्यवस्था में निरंतर सुधार की आवश्यकता'
अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक और वित्तीय समिति (आईएमएफसी) के अध्यक्ष युसेफ बुतरस घाली ने शनिवार को कहा, "वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार दिखा रह रहा है। सबसे खराब दौर बीत चुका है लेकिन हम अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं।"
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के सुधार में मजबूती दिख रही है लेकिन देशों में सुधार के स्तर असमान हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी.सुब्बाराव ने आईएमएएफ की 186 देशों की संचालन समिति में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के स्थान पर देश का प्रतिनिधित्व किया।
वैश्विक वित्तीय संकट के लिए प्रमुख जिम्मेदार समस्याओं का उल्लेख करते हुए आईएमएफ ने एक दस्तावेज में कहा, "वित्तीय विनियमों और निगरानी को मजबूत करना और उनमें लचीलापन लाने के लक्ष्य अभी भी पूरे नहीं हुए हैं।"
बुतरस घाली ने कहा कि हाल के वर्षो में आईएमएफ ने खुद को बदला है।
वित्तीय खामियों को दूर करने का प्रयास कर रहे विकसित देशों को आईएमएफ के प्रमुख डोमिनिक स्ट्रॉस-कान ने चेतावनी दी कि नियमों में निरंतरता नहीं होने से समन्वय में नई समस्या पैदा होने का खतरा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।