हेडली तक पहुंच सुनिश्चित कराएंगे : रोमर (लीड-3)
भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी जे. रोमर ने यहां संवाददाताओं को बताया, "हेडली तक प्रत्यक्ष पहुंच सुलभ कराने के लिए अमेरिका सर्वोच्च स्तर पर दिन-रात काम कर रहा है। हमारी सरकार ने आतंक निरोधी सहयोग में इस मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा है।"
रोमर ने मुंबई हमले और हेडली की संलिप्तता के संबंध में कहा, "भारत के लिए और भारतीय नागरिकों के लिए इस मुद्दे की संवेदनशीलता को हम समझ रहे हैं। हम इस बात का भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हमलावरों को कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। चाहे वे न्यूयार्क में हजारों लोगों की हत्या कर रहे हों या फिर मुंबई में।"
उल्लेखनीय है कि हेडली ने मुंबई हमले की साजिश रचने का अपराध स्वीकार किया है।
रोमर ने स्वीकार किया कि हेडली तक प्रत्यक्ष पहुंच की प्रक्रिया न्यायिक और कानूनी उलझनों में उलझ गई है। उन्होंने कहा, "यह एक संवेदनशील मसला है और चूंकि यह आपके लिए इतना महत्वपूर्ण है, इसलिए हम इसे सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। हम जितनी जल्दी हो सकेगा, उतनी जल्दी हेडली तक पहुंच सुनिश्चित कराएंगे।"
रोमर ने कहा, "यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसे हम जल्द से जल्द सुलझाना चाहते हैं।" उन्होंने कहा कि हेडली से सीधी पूछताछ के लिए उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों से बातचीत की है।
हेडली से भारत सरकार को सीधी पूछताछ की अनुमति के संबंध में रोमर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक सप्ताह पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अमेरिका दौरे के दौरान राष्ट्रपति बराक ओबामा के समक्ष इसे उठाया था। ओबामा ने भी सिंह को भरोसा दिलाया था कि वह इस मुद्दे पर पूरी मदद करेंगे।
रोमर ने कहा कि हेडली के महत्व को जितना अमेरिका समझता है और जितना मैं समझता हूं, उतना कोई नहीं समझता।
रोमर ने कहा कि हेडली से भारत सरकार को सीधी पूछताछ की अनुमति दिलाना 'अमेरिका की प्राथमिकता' है।
ओबामा से भरोसा मिलने के बाद भारतीय अधिकारी हेडली से सीधी पूछताछ के लिए अमेरिकी अधिकारियों को औपचारिक पत्र लिखने की योजना बना रहे हैं।
लेकिन रोमर ने हेडली के प्रत्यपर्ण की संभावना पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इसके लिए औपचारिक रूप से नहीं कहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।