स्मारकों और मूर्तियों का निर्माण जारी रहेगा : मायावती (लीड-1)
अम्बेडकर जयंती के मौके पर बुधवार को लखनऊ के अम्बेडकर स्मारक में अपने संबोधन में मायावती ने कहा, "हम दलित महापुरुषों की याद में स्मारक और मूर्तियों का निर्माण सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों की सरकार में दलित महापुरुषों की घोर उपेक्षा हुई है।"
उन्होंने कहा कि विरोधी दल चाहे कितनी ही आलोचना करे या विषम परिस्थितियां पैदा करें, पर बसपा सरकार किसी भी हाल में नहीं झुकेगी और दलित गुरुओं के सम्मान में पार्को और स्मारकों का निर्माण करना जारी रखेगी।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में 50 साल तक शासन करने के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने दलितों के उत्थान की तरफ ध्यान नहीं दिया। "इसका जीता जागता सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि कांग्रेस ने उन 50 साल में बाबा साहब को भारत रत्न देने का समर्थन एक बार भी नहीं किया। इसी तरह उत्तर प्रदेश में भी लगभग अपने 38 साल के कार्यकाल में कांग्रेस ने कभी भी दलितों के हित के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई। यह सब कांग्रेसियों की दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।"
मायावती ने एक बार फिर दोहराया कि उनकी पार्टी महिला आरक्षण विधेयक का विरोध करती रहेगी। "हम महिला आरक्षण विधेयक के मौजूदा स्वरूप का विरोध करते रहेंगे क्योंकि इससे गरीब महिलाओं को कोई भी लाभ नहीं मिलेगा।"
उन्होंने आह्वान किया कि पार्टी कार्यकर्ता बुधवार को हो रहे बसपा के देशव्यापी विरोध प्रदशर्न में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि वह खुद राज्य के विभिन्न जिलों में हो रहे विरोध प्रदर्शन का निरीक्षण करेंगी। इसके बाद मायावती हेलीकॉप्टर पर सवार होकर विरोध प्रदर्शन कार्यक्रमों का जायजा लेने के लिए निकल गईं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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