तालिबान की मदद कर रहा है आईएसआई
अफगान-तालिबान के शीर्ष कमांडर मुल्लाह अब्दुल गनी बारादार के पकड़े जाने के बाद इसे पाकिस्तान में एक बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। लेकिन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी द्वारा कम से कम दो अन्य आतंकवादियों को छोड़ दिए जाने के बाद अमेरिकी अधिकारियों को आईएसआई की नियती पर संदेह हो रहा है।
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अखबार 'वाशिंगटन पोस्ट' के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक ऐसे साक्ष्य मिले हैं कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी अफगान-तालिबान को अभी भी अपना समर्थन दे रही है, जैसा कि भारत पहले ही बात दोहरा चुका है।
तालिबानी आंकड़ों की पहचान बताने से इंकार करते हुए इस अधिकारी ने अखबार को बताया कि अमेरिका द्वारा आईएसआई की निगरानी को गोपनीय रखा गया लेकिन जो लोग बंधक बनाए गए थे वे तालिबान के शीर्ष सदस्य थे। अमेरिका इन लोगों को हिरासत में लेना चाहेगा। आईएसआई के अधिकारियों ने अखबार को इस्लामाबाद में बताया था कि आईएसआई आतंकवादियों के खात्में को लेकर प्रतिबद्ध है और किसी भी आतंकवादी को पकड़ने के बाद नहीं छोड़ा गया है।