सानिया-शोएब के खिलाफ फतवा
बोर्ड ने फतवा जारी कर दोनों के कृत्य को 'हराम' करार दिया है और मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे 15 अप्रैल को होने वाली इस शादी से दूर रहें।
बोर्ड ने कहा कि शोएब और सानिया ने अपने कृत्य से इस्लाम मुस्लिम समुदाय को ठेस पहुंचाया है।
मुस्लिम विद्वान मौलाना हसीबुल हसन सिद्दीकी ने कहा, "शादी से पूर्व दोनों का साथ रहना और साथ-साथ मीडिया को संबोधित करना इस्लाम में 'हराम' है।"
उल्लेखनीय है कि शोएब पाकिस्तान से आने के बाद पिछले एक सप्ताह से सानिया के निवास पर ठहरे हुए हैं। टेलीविजन की तस्वीरों में दोनों को एक साथ नृत्य करते और शारीरिक स्पर्श करते भी दिखाया गया है।
सिद्दीकी ने कहा, "इस्लाम शादी से पहले पुरुष और महिला को केवल एक बार एक-दूसरे को देखने की अनुमति देता है। इस्लाम उन्हें साथ रहने और इस तरह के कृत्य की अनुमति नहीं देता है।"
उन्होंने कहा कि जहां इस्लाम के सिद्धांतों का इस तरह उल्लंघन होता हो मुस्लिम समुदाय को इससे जुड़े समारोह से दूर रहना चाहिए।
ज्ञात हो कि तीन साल पहले सानिया ने शादी पूर्व यौन संबंधों की वकालत की थी, जिसकी मुस्लिम समुदाय ने आलोचना की थी और उसके खिलाफ फतवा भी जारी किया गया था।
शोएब मलिक हैदराबाद की आयशा सिद्दीकी के साथ निकाह से इंकार करने और फिर इसे स्वीकार कर तलाक लेने की वजह से पहले ही आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।