असम में घाटे का बजट, गरीबों के लिए रियायतें
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर पेश किए गए इस बजट में शिक्षा क्षेत्र के लिए प्रोत्साहन के साथ ही बेरोजगारों और महिलाओं के लिए कल्याणकारी उपायों की घोषणा की गई है।
वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए 3,464.46 करोड़ रुपये के घाटे का बजट पेश किया गया। वहीं इस दौरान विकास दर नौ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "यह बजट गरीबों और आम लोगों के लिए है। मैं इसे एक आम आदमी का बजट कहना चाहूंगा।"
बजट में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 13 लाख गरीब परिवारों के लिए प्रति महीने छह रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 10 किलोग्राम चावल देने की बात कही गई है। इस योजना के लिए 150 करोड़ रुपये की धनराशि रखी गई है।
राज्य में मौजूद 16,130 स्कूलों और कॉलेजों के लिए बजट में 400 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है। जबकि अन्य शिक्षण संस्थाओं के लिए 100 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं की बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी की हिस्सेदारी का विशेष प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बजट में महिलाओं को विशेष तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पंचायत सीटों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कारबी अंगलोंग जिले के दीप्हू और नागांव जिले में दो मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। बाई-पास सर्जरी कराने वाले गरीब रोगियों की सहायता के लिए 5 करोड़ रुपये की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।