मुंबई पर फिर हमले की साजिश नाकाम, दो गिरफ्तार
एटीएस के प्रमुख केपी रघुवंशी ने संवाददाताओं को बताया कि लतीफ और रियाज नामक इन दोनों संदिग्धों को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) के संवेदनशील न्हावा-शेवा इलाके से एक गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा गया। दोनों दक्षिण मुंबई स्थित ओएनजीसी के तेल टैंकों, शहर के भीड़भाड़ वाले बाजारों में एक मंगलदास बाजार और बोरीवली में ठक्कर मॉल पर हमले की योजना बना रहे थे।
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उन्होंने कहा कि दोनों ने पाकिस्तान में प्रशिक्षण हासिल किया था और वहां के कुछ आतंकवादी संगठनों के संपर्क में थे। बहरहाल उन्होंने इन आतंकवादी संगठनों के नाम बताने से इंकार कर दिया। एटीएस प्रमुख ने यह भी कहा कि दोनों पाकिस्तान में किसी से बातचीत करते थे, और उसे 'अंकल' कहते थे। इन पर पिछले 10 दिनों से निगरानी की जा रही थी।
दोनों को मुंबई की एक अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उनको 18 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। लतीफ बांद्रा का और रियाज दहिसर का रहने वाला है। रघुवंशी ने कहा कि इसके बाद जेएनपीटी के न्हावा-शेवा और अन्य इलाके में एक गश्त की गई। इन दोनों के पास से इलाके के कई मानचित्र बरामद हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मुंबई पुलिस दिल्ली में केंद्रीय जांच एजेंसियों के संपर्क में है ताकि 'अंकल' नामक व्यक्ति के बारे में कुछ पता लगाया जा सके जिससे दोनों आतंकवादी बात करते थे। जेएनपीटी शहर के अति-संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है और कोलाबा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हमला करने वाले आतंकवादी कोलाबा तट पर ही उतरे थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।