अब कुत्तों को निशाना बना रहे हैं नक्सली
पशु प्रेमियों का कहना है कि कुत्ते सुरक्षाकर्मियों को नक्सलियों के बारे में अलर्ट करते हैं, जिस वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। खबर है कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनस्टि पार्टी (माओवादी) ने अपने सदस्यों को निर्देश जारी किया है कि झारखण्ड और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में वे कुत्तों को मार दें।
उल्लेखनीय है कि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने इन दोनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों में मंगलवार से 'ग्रीनहंट' अभियान आरंभ कर दिया है।
नक्सलियों के खिलाफ अंतर्राज्यीय अभियान आरंभ होने के बाद उन्हें कुत्तों से सबसे अधिक परेशानी हो रही है क्योंकि वे सुरक्षा बलों को उनके बारे में आगाह करते हैं।
जमशेदपुर में 'नागरिक सुरक्षा समिति' नामक संगठन के अध्यक्ष शंकर हेंब्रम ने कहा, "हमें सूचना मिली है कि नक्सली कुत्तों को मार रहे हैं। वन्य इलाकों में कुछ मृत कुत्ते भी पाए गए हैं।"
नक्सलियों के इस कदम से पशु प्रेमी बेहद दुखी हैं। जानवरों के लिए काम करने वाली प्रमुख संस्था 'पीपुल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल' (पेटा) ने इस संबंध में नक्सलियों को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उनसे कुत्तों को नहीं मारने की अपील की गई है।
पेटा के सदस्य रवि प्रकाश ने कहा, "हमने नक्सलियों से अपील की है कि वे कुत्तों नहीं मारें। कुत्तों की हत्या करने से उन्हें कुछ भी नहीं मिलेगा। "
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।