मैंने नहीं कहा कि काबुल में भारतीय निशाने पर नहीं थे: हॉलब्रुक
वाशिंगटन, 5 मार्च (आईएएनएस)। अफगानिस्तान व पाकिस्तान में विशेष अमेरिकी दूत रिचर्ड हॉलब्रुक पिछले दिनों काबुल में भारतीयों को निशाना बनाकर किए गए हमले के बारे में दिए अपने बयान पर पलट गए हैं। उन्होंने इस पूरे मामले पर अफसोस जताते हुए कहा है कि उनकी ओर से यह नहीं कहा गया था कि काबुल में भारतीय निशाने पर नहीं थे।
हॉलब्रुक ने कहा, "मेरे बयान को लेकर हुए गलतफहमी को लेकर मुझे अफसोस है। काबुल में हुए आतंकवादी हमले में छह भारतीयों की जान गई और दूसरे देशों के भी 10 नागरिक मारे गए।"
उन्होंने कहा, "मैंने ऐसा नहीं कहा था कि भारतीयों को निशाना नहीं बनाया गया, परंतु शुरुआत में ऐसा लगा था कि भारतीय अधिकारी वहां निशाना नहीं थे।"
हॉलब्रुक ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि भारतीय नागरिक आतंकवादियों के निशाने पर रहे हैं और अभी भी हैं। अफगानिस्तान में में भी भारतीय आतंकवादियों के निशाने पर हैं। मुझे काबुल हमले में मारे गए सभी लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है।"
उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान के लोग और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भारत द्वारा किए जा रहे पुनर्निर्माण एवं मानवीय कार्यो की सराहना करते हैं।"
उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार को होलब्रुक ने कहा था, "इस हमले के बारे में मेरा मानना है कि यहां भारतीयों को निशाना नहीं बनाया गया था।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।