नेपाल में भारतीय मीडियाकर्मी की हत्या
बोस्टन युनिवर्सिटी से एमबीए नागेंद्र के.पामपति दक्षिणी चितवन जिले के भरतपुर कस्बे में कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेस के प्रबंध निदेश हैं। उन पर मंगलवार की शाम उस समय गोली दागी गई जब वह अपनी कार में सवार होकर लाजिमपत इलाके से गुजर रहे थे। इस इलाके में भारतीय दूतावास सहित तमाम देशों के दूतावास स्थित हैं।
पुलिस ने कहा है कि पामपति की कार क्षतिग्रस्त हो गई है, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आई है। इस गोलीबारी के बाद राजधानी में अफरातफरी मच गई और पुलिस ने सभी यातायात रोक दिया और गुजर रहे वाहनों की जांच शुरू कर दी। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। भारतीय प्रबंध निदेशक पर हमला ऐसे समय में हुआ है, जब नेपाली दैनिक जनकपुर टूडे के प्रकाशक अरुण सिंघानिया (50) की सोमवार की शाम उस समय गोली मार कर हत्या कर दी गई, जब वह अपने घर लौट रहे थे।
सिंघानिया का मीडिया समूह एक एफएम रेडियो स्टेशन और एक इंटरनेट पोर्टल भी चलाता है। वह एक महीने की भारत यात्रा के बाद रविवार को धनुषा जिले के जनकपुर लौटे थे। काठमांडू में उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल से मुलाकात कर उन्हें चेतावनी दी है कि यदि एक महीने के अंदर सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं होता है तो देश के सभी उद्योग और व्यापार बंद कर दिए जाएंगे।
भारतीय मूल के प्रकाशक की हत्या के खिलाफ व्यापारिक संगठनों ने मंगलवार को जनकपुर बंद का आह्वान किया है। नेपाली पत्रकार संघ ने भी हत्या की निंदा की है। संघ ने कहा कि हमलावारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जनकरपुर में प्रदर्शन किया जाएगा। तराई इलाके में सक्रिय दो हथियारबंद गुटों, पूर्व माओवादियों के एक दल तराई जनतांत्रिक मुक्ति मोर्चा (राजन मुक्ति) और तराई जनतांत्रिक पार्टी-मधेस ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।