अस्थिरता के बावजूद काबुल में बने रहेंगे भारतीय चिकित्सक : प्रधानमंत्री
हृदय रोग विशेषज्ञों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं आपके सामने खड़ा हूं लेकिन मेरा ध्यान काबुल के इंदिरा गांधी अस्पताल में अफगानिस्तान के लोगों खासकर महिलाओं और बच्चों की सेवा कर रहे भारतीय चिकित्सा मिशन के सदस्यों की ओर है। शुक्रवार को हुए आतंकवादी हमले से वह सहमे हुए हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारतीय चिकित्सा मिशन काफी अनिश्चितता के बीच काम कर रहा है। अफगानिस्तान के लोगों की सेवा कर रहे हमारे चिकित्सा दल के सामने सभी खतरे हैं। यह पीड़ित मानवों को राहत देने की प्रतिबद्धता है, जिसके लिए चिकित्सा बिरादरी को पूरी दुनिया में जाना जाता है।"
तालिबान के हमलावरों ने शुक्रवार को काबुल में कई स्थानों पर विस्फोट और गोलीबारी की थी। इसमें 17 लोगों की मौत हुई, जिनमें नौ भारतीय थे। मारे गए भारतीयों में एक चिकित्सक भी शामिल है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।