विधायक, पत्नी और बेटी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया (लीड-2)
पुलिस के अनुसार सभी शवों को पीएमसीएच भेज दिया गया है तथा पूरे मामले की जांच की जा रही है। जमुई विधानसभा क्षेत्र से लगातार दो बार विधायक रह चुके अभय सिंह चार भाईयों में दूसरे नंबर पर थे। इस घटना के बाद जमुई में भी मातम पसर गया है।
अभय सिंह के पिता नरेंद्र सिंह वर्तमान सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री हैं। वह लालू प्रसाद मंत्रिमंडल में भी स्वास्थ्य मंत्री के पद पर थे। नरेन्द्र सिंह ने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था।
अभय सिंह की शादी वर्ष 2005 में पटना के ही एक सेवानिवृत पुलिस अधिकारी की पुत्री सोनी सिंह के साथ बड़े धूमधाम से की गई थी। उनकी दो पुत्रियां हैं। एक चार वर्षीय पुत्री घटना के समय अपनी दादी के पास थी।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नरेन्द्र सिंह के घर पहुंचकर दुख जताया । मुख्यमंत्री ने मंत्री नरेन्द्र सिंह के आवास के बाहर पत्रकारों से कहा, "यह काफी दुखद घटना है। इस घटना की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। इस दुख की घड़ी में हम सब नरेन्द्र सिंह के साथ हैं। नरेन्द्र सिंह की हालत भी काफी खराब है। उन्हें इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में चिकित्सकों की देखरेख में रहने की सलाह दी गई है। घटना की जांच की जा रही है।"
इसके पूर्व राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक जमुई विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक अभय सिंह ने अपने सरकारी आवास पर पहले अपनी पत्नी और बेटी को गोली मारी और फिर खुद को गोली मार ली। बेटी की उम्र मात्र ढाई वर्ष बताई जा रही है। आत्महत्या के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है हालांकि विधायक के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक आत्महत्या का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।
इधर, इस घटना के बाद घटनास्थल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत कई मंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।