कमजोर होती पकड़ से लग सकेगा बचे जीवन का अनुमान
मध्यम आयु के लोगों और बुजुर्गो में हाथों की कमजोर होती पकड़ समय से पहले मृत्यु, विकलांगता व स्वास्थ्य संबंधी अन्य जटिलताओं से जुड़ी होती है।
हाथों की पकड़ को देखकर मांसपेशियों की ताकत का अनुमान लगाया जा सकता है।
लीडेन, द नीदरलैंड्स युनीवर्सिटी ने अध्ययन में 555 प्रतिभागियों को शामिल किया था। इन सभी प्रतिभागियों की आयु 85 वर्ष थी। इन सभी की हाथों की पकड़ को 85 वर्ष और फिर 89 वर्ष की आयु में मापा गया।
द नीदरलैंड्स युनीवर्सिटी ने 'द कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल' (सीएमएजे) में प्रकाशित अध्ययन में कहा कि 85 और 89 वर्ष दोनों ही आयु के प्रतिभागियों में हाथों की पकड़ कमजोर हो रही थी। हाथों की कमजोर होती पकड़ मृत्यु की तरफ बढ़ते कारणों से जुड़ी हुई थी।
लीडेन युनीवर्सिटी की सह-अध्ययनकर्ता कैरोलिना लिंग ने कहा कि इस अध्ययन का मकसद बुजुर्गो में मांसपेशियों की ताकत और मृत्यु के बीच संबंध ज्ञात करना था।
अध्ययनकर्ता यह नहीं बता सके कि मांसपेशियों की ताकत सीधे तौर पर मृत्यु से जुड़ी हुई है या यह मृत्यु के अन्य कारकों से संबंद्ध है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।