अमर सिंह के सपा बहिष्कार में संजय दत्त साथ
दत्त ने बांद्रा में स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, "जब मेरे बड़े भाई अमर सिंह ने पार्टी महासचिव पद छोड़ दिया है तो ऐसे में मुझे इस पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।" दत्त ने कहा, "अमर सिंह मेरे बड़े भाई की तरह हैं। जब वह सपा छोड़ेंगे तो मैं भी पार्टी छोड़ दूंगा। उसके बाद जहां वह जाएंगे, वहां मैं भी जाऊंगा। जो वह कहेंगे, वही मैं करूंगा।"
संजय के मुताबिक अमर सिंह ने सपा के लिए तमाम कुर्बानियां दी हैं, फिर भी पार्टी नेतृत्व उन्हें अपमानित कर रहा है। पार्टी द्वारा किए जा रहे लगातार खराब व्यवहार के कारण ही वह इस्तीफा देने पर मजबूर हुए हैं। दत्त ने कहा कि अमर सिंह ने अप्रैल-मई 2009 में आम चुनाव के दौरान अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद पार्टी के प्रचार अभियान में काम किया। लेकिन पार्टी ने उनके साथ जो सुलूक किया इसका उन्हें दुख है।
उन्होंने हालांकि पार्टी से इस्तीफा देने से इंकार किया और कहा कि जब तक अमर सिंह पार्टी के सदस्य रहेंगे, वह भी पार्टी में बतौर सदस्य बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख अबु आसिम आजमी के बेटे फरहान आजमी के बेटे के लिए प्रचार करने अवश्य जाएंगे। फरहान भिवंडी विधानसभा सीट के लिए अगले सप्ताह हो रहे उपचुनाव में सपा के उम्मीदवार हैं।
दत्त ने सपा नेता राम गोपाल यादव की उस टिप्पणी पर भी खेद जताया, जिसमें यादव ने कहा है कि फिल्मी सितारों को चुनावी मैदान में उतारने से कोई फायदा नहीं हुआ है। फिल्मी सितारे एक भी सीट जिताने में मदद नहीं कर पाए। पार्टी के इन घटनाक्रमों पर अबु आसिम आजमी ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले पर किसी टिप्पणी के लिए दिल्ली व लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालयों से संपर्क किया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।