आनुवांशिक रूप से परिवर्तित खाद्य पदार्थ मत बेचो!
गैरसरकारी संगठन (एनजीओ) ग्रीनपीस ने 11 दिन पहले ही भोज्य पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की सूची इंटरनेट पर प्रकाशित की थी।
वेबसाइट 'सेफ फूड नाउ डॉट ओआरजी' पर जनता की प्रतिक्रिया ने 11 कंपनियों की 'लाल सूची' में से पांच को ग्रीनपीस को स्पष्टीकरण देने के लिए मजबूर कर दिया। इन कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि वह भोजन में जीएम पदार्थो का उपयोग नहीं करते हैं।
देश में जीएम भोज्य पदार्थो पर रोक लगी हुई है।
एनजीओ के कार्यकर्ता जयकृष्णा आर. के मुताबिक ग्रीनपीस द्वारा खाद्य प्रसंस्करण की बड़ी कंपनियों से पूछा गया था कि क्या वह अपने खाद्य पदार्थो में जीएम पदार्थ का उपयोग करते हैं। इसी आधार पर कंपनियों को 'लाल सूची' और 'हरी सूची' में रखा गया था।
जयकृष्णा ने कहा कि सूचियों के इंटरनेट पर जारी होने के बाद नेस्ले, एग्रो टेक फूड्स, कैडबरी, ब्रिटानिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर ने ग्रीनपीस को लिखकर बताया कि वह भारत में बेचे जा रहे खाद्य पदार्थो में जीएम उत्पाद का उपयोग नहीं करते हैं।
एनजीओ के सवालों का जवाब न देने की वजह से पहले इन कंपनियों को 'लाल सूची' में रखा गया था।
यद्यपि नेस्ले प्रबंधन ने लिखा है कि उसे जीएम भोज्य पदार्थो का विचार पसंद है। जयकृष्णा ने नेस्ले के इस रुख की निंदा की और बताया कि नेस्ले के कई उपभोक्ता अब कंपनी को लिख रहे हैं कि वह खाद्य पदार्थो में जीएम अवयव नहीं चाहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।