गिरवा दूंगा माया की मूर्तियां: मुलायम
अन्य जातियों के महापुरुषों की मूर्ति क्यों नहीं
सपा प्रमुख ने कहा कि बसपा की सरकार जनता के पैसे को स्मारकों और पार्कों पर खर्च कर रही है। मुख्यमंत्री मायावती दलित समाज से आने वाले समाज सुधारकों और विचारकों के साथ अपनी भी मूर्तियां लगवा रही हैं। किसी भी सभ्य समाज में किसी जिन्दा व्यक्ति ने अपनी मूर्ति नहीं लगवायी। मायावती पहली महिला या नेता हैं जो चौराहों, पार्कों और स्मारकों पर अपनी मूर्तियां लगवा रही हैं। यदि सपा की सरकार आयी तो मायावती की सभी मूर्तियों पर बुलडोजर चलवा दिया जाएगा।
मुलायम सिंह ने कहा कि क्या समाज सुधारक और संत सिर्फ दलित समाज में ही पैदा हुये हैं? अन्य जातियों में भी ऐसे अच्छे लोग पैदा हुये हैं, तो मायावती उन्हें क्यों नहीं याद करतीं या उनकी मूर्तियां क्यों नहीं लगवातीं। मुलायम ने आगे कहा, "राजधानी लखनऊ समेत राज्य के बडे शहरों में पत्थर लगाये जा रहे हैं। पत्थर की देवी मायावती को पत्थरों से बहुत प्यार है।"
सुप्रीम कोर्ट से अपील
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जनता के पैसे की बर्बादी के कारण ही सुप्रीम कोर्ट ने पार्कों तथा स्मारकों के निर्माण पर रोक लगाई। राज्य सरकार ने खुद कहा है कि इस परियोजना पर ढाई हजार करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं। वास्तविक में राशि इससे कहीं ज्यादा है।
साथ ही मुलायाम सिंह ने मीडिया के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि मायावती के ड्रीम प्रोजेक्ट के निर्माण पर रोक के आदेश का पालन करने के लिये राज्य सरकार को कड़े निर्देश जारी करे।