ओबामा खिलाफ हुए तो अपनी नीति की समीक्षा करेगा पाकिस्तान (लीड-2)
अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी ने इस्लामाबाद में जियो टीवी से कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि ओबामा उसके साथ व्यवहार में संयम का परिचय देंगे। यदि ओबामा ने हमारे साथ सकारात्मक नीति नहीं अपनाई तो हम अपने विकल्पों की समीक्षा करेंगे।
आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में हक्कानी ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका का सहयोगी है और आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में उसकी हिस्सेदारी खुद उसके हित में है।
पाकिस्तानी राजदूत का बयान अमेरिकी राष्ट्रपति के एजेंडा दस्तावेज के सामने आने के कुछ ही घंटों के भीतर आया है।
ओबामा के मंगलवार को शपथ लेने के बाद ओवल आफिस पहुंचने के तुरंत बाद जारी दस्तावेज में कहा गया है कि राष्ट्रपति ओबामा और उपराष्ट्रपति जो बिडेन अमेरिकी सुरक्षा को नया रूप देंगे और दुनिया में नए युग के अमेरिकी नेतृत्व को स्थापित करेंगे।
ओबामा-बिडेन का दल इराक में जिम्मेदारी के साथ युद्ध का खात्मा करेगा तथा अफगानिस्तान में अल कायदा और तालिबान के साथ लड़ाई समाप्त करने के साथ ही परमाणु हथियार और अन्य परमाणु सामग्री की आतंकवादियों से सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। अमेरिका की नई कूटनीति का उपयोग इजरायल -फिलीस्तीन विवाद को समाप्त करके मध्यपूर्व में स्थायी शांति की स्थापना के लिए किया जाएगा।
एजेंडा दस्तावेज में कहा गया है कि ओबामा और बिडेन अमेरिका के संसाधनों को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सुरक्षा के लिए बड़े खतरों-अल कायदा और तालिबान के खिलाफ केंद्रित करेंगे।
दस्तावेज के अनुसार अमेरिका अफगानिस्तान में अपनी सेना बढ़ाने के साथ ही नाटो के देशों से भी ऐसा करने को कहेगा। अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए और संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। ओबामा और बिडेन ने अफगान सरकार से भ्रष्टाचार और अफीम की अवैध खेती रोकने के लिए और अधिक प्रयास करने को कहा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।