मध्य प्रदेश सरकार भेल से नाखुश
यह खुलासा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मंगलवार को राज्य में निर्माणाधीन बिजलीघरों एवं प्रस्तावित योजनाओं की समीक्षा के दौरान हुआ। बैठक में अमरकंटक और बिरसिंहपुर ताप विद्युत घरों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में बताया गया कि अमरकंटक ताप विद्युत गृह के निर्माण में निर्धारित लक्ष्य से दो वर्ष अधिक हो चुके हैं और उम्मीद यही है कि मई 2009 तक व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो पाएगा। इसी तरह बिरसिंहपुर में भी पूर्ण क्षमता से विद्युत उत्पादन शुरू नहीं हो पाया है। इन दोनों बिजलीघरों के निर्माण की जिम्मेदारी भेल पर है।
बैठक में बताया गया कि बिरसिंहपुर की 500 मेगावाट की ताप विद्युत परियोजना में उत्पादन शुरू हुआ था लेकिन तकनीकी त्रुटियों के चलते पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन अभी तक संभव नहीं हो पाया है। इस बैठक में प्रदेश की अन्य विद्युत परियोजनाओं की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों की जरूरत हो ध्यान में रखकर ग्रामीण क्षेत्रों में रिहायशी तथा खेतों के लिए अलग अलग फीडर लाइन स्थापित करने के काम को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली तथा सिंचाई के लिए निर्धारित बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को बिजली को लेकर किसी तरह की परेशानी न हो इस पर भी जोर दिया और कहा कि जरूरत पड़ने पर दूसरे राज्यों से बिजली खरीदी जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।