क्लिंटन की चंदा वसूली गतिविधियों से हिलेरी की मुश्किलें बढ़ीं
वाशिंगटन, 14 जनवरी(आईएएनएस)। अमेरिकी की पूर्व प्रथम महिला और भावी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के लिए उनके पति बिल क्लिंटन की चंदा वसूली गतिविधियां राह का रोड़ा बन गई हैं। भविष्य में यह उनके लिए नैतिक संकट खड़ा कर सकती हैं।
हिलेरी ने विदेश मामलों से संबद्घ सीनेट की समिति के समक्ष यह राय पेश की है कि सरकारी आचार संहिता के क्रियान्वयन के लिए अधिकृत अधिकारी इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि क्लिंटन की गतिविधियों का भावी विदेश मंत्री की गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं होगा, ऐसे में दोनों के हितों के बीच टकराव की गुंजाइश नहीं है।
हिलेरी ने कहा है कि उनके पति क्लिंटन फाउंडेशन की गतिविधियों का खुलासा करने में हद से ज्यादा उदारता दिखा चुके हैं, जबकि इसके लिए वह कानूनी तौर पर बाध्य नहीं थे। उन्होंने कहा, "मेरे पति अपनी गतिविधियों का ब्यौरा देने के लिए एक सहमति पत्र पर अपनी मर्जी से हस्ताक्षर कर चुके हैं। इससे ज्यादा उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है?"
कई देशों की सरकारों के साथ क्लिंटन के वित्तीय रिश्ते हिलेरी के लिए मुश्किलों का सबब बन सकते हैं। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे अमेरिका की विदेश नीति प्रभावित होगी। रिपब्लिकन सीनेटर डेविड विटर का कहना है कि क्लिंटन की विदेशों, खासकर मध्य-पूर्व, में चंदा वसूली गतिविधयों के कारण हिलेरी के सामने कई व्यावहारिक अड़चनें पैदा हो सकती हैं।
हिलेरी ने उपरोक्त समिति के सदस्य और शीर्ष रिपब्लिकन सांसद रिचर्ड लुगार के इस सुझाव को भी खारिज कर दिया कि हिलेरी के कार्यकाल तक क्लिंटन फाउंडेशन अन्य देशों की सरकारों से मदद लेना बंद कर दे। हिलेरी ने कहा कि दुनिया जानती है कि ऐसी रकम का इस्तेमाल मानवता की सेवा के लिए हो रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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