पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में शांतिपूर्ण मतदान (लीड-1)
राज्य चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि अपराह्न् तक 45 प्रतिशत वोट डाले जा चुके थे।
अधिकारी ने बताया, "दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कहीं से भी किसी गड़बड़ी की खबर नहीं प्राप्त हुई है। नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र के उस्मानचक में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में आई मामूली खराबी के अलावा बाकी मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चला।"
इस विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक भी मौजूद थे। नंदीग्राम में कुल 180,000 मतदाता हैं।
वर्ष 2007 में जमीन अधिग्रहण मामले में भारी हिंसा का सामना कर चुके नंदीग्राम के सभी 176 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है।
शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की कम से कम 15 कंपनियां इस क्षेत्र में तैनात की गईं हैं।
शुजापुर में भी मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एक अधिकारी के अनुसार शुजापुर में अर्धसैनिक बलों की 12 कंपनियां तैनात की गईं। इसके अलावा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुर्शिदाबाद, जलपाइगुड़ी तथा उत्तरी व दक्षिणी दिनाजपुर जिलों से भी पुलिस बल बुलाए गए।
नंदीग्राम उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने फिरोजा बीबी को प्रत्याशी बनाया है। जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने इलाके के एक सम्मानित अध्यापक परमनंदा भारती को मैदान में उतारा है।
वर्ष 2006 के चुनाव में नंदीग्राम सीट जीतने वाले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के विधायक शेख मोहम्मद इलियास ने एक रिश्वत मामले में अपनी कथित संलिप्तता की बात उजागर होने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
दूसरी ओर शुजापुर सीट के कांग्रेसी विधायक रूबी नूर की पिछले वर्ष जुलाई महीने में मौत हो जाने के कारण यह सीट खाली हो गई थी।
शुजापुर सीट पर मुख्य मुकाबला मार्क्सवादी कम्युनिसट पार्टी के उम्मीदवार हाजी कुतुबुद्दीन व कांग्रेस प्रत्याशी मौसम बेनजीर नूर के बीच माना जा रहा है। बेनजीर दिवंगत विधायक नूर की बेटी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।