कोलकाता में आटोरिक्शा चालकों ने बसों में आग लगाई
प्रदर्शनकारी, प्रतिबंध हटाने के साथ ही गिरफ्तार किए गए अपने 18 साथियों की रिहाई की मांग कर रहे थे।
तृणमूल कांग्रेस समर्थित 12 घंटे की इस हड़ताल के कारण सड़कों पर इक्का-दुक्का आटोरिक्शा व टैक्सी ही निकल पाए। इस कारण नागरिकों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और उन्होंने दक्षिणी कोलकाता के पार्क सर्कस इलाके में पश्चिम बंगाल परिवहन निगम की एक बस पर पथराव किया और उसमें आग लगा दी। स्थानीय नागरिकों के हस्तक्षेप से आग पर तत्काल काबू पा लिया गया। बस को कोई खास नुकसान नहीं हुआ। इस घटना में किसी के जख्मी होने की सूचना नहीं है।
इसी इलाके में राज्य सरकार की एक और बस में भी आग लगा दी गई।
प्रदर्शनकारियों ने तीन अन्य बसों पर भी पथराव किया और उनके शीशे तोड़ डाले। सड़क पर अपने वाहन लेकर निकले आटो व टैक्सी चालकों को भी प्रदर्शनकारियों ने हड़ताल में शामिल होने के लिए मजबूर किया।
प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर जगह-जगह अवरोधक खड़े कर आवागमन बाधित कर दिया था।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष जुलाई महीने में कोलकाता उच्च न्यायालय ने 1 जनवरी 2003 के पहले पंजीकृत किए गए व्यावसायिक वाहनों पर कोलकाता व इसके बाहरी इलाकों में प्रतिबंध लगा दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।