ल्यूकेमिया कोशिकाओं को मारने में सहायक है अंगूर का अर्क
शोधकार्ताओं ने पाया कि अंगूर का यह अर्क जेएनके को सक्रिय कर देता है। जेएनके एक ऐसा प्रोटीन है, जो कोशिका की मौत की अभिक्रिया को संचालित करता है।
हालांकि अंगूर के अर्क ने इसके पहले त्वचा, स्तन, आंत, फेफड़ा, उदर व प्रोस्टेट गंथि के कैंसरों सहित कई सारे प्रयोगशाला कैंसर कोशिका में अपना असर दिखाया था, लेकिन इस अर्क का रक्त संबंधी कैंसर में कभी भी परीक्षण नहीं किया गया और न तो इसकी अभिक्रिया के लिए अभी तक कोई सटीक कार्यविधि ही प्रस्तुत की गई थी।
इस शोध पत्र के सह लेखक यू-के में ग्रेजुएट सेंटर फॉर टॉक्सिकोलॉजी में प्राध्यापक जियांगलिन शाइ ने कहा, "पूर्व के ये परिणाम रक्त संबंधी कैंसर को रोकने या उसके इलाज में अंगूर के अर्क जैसे एजेंट्स के इस्तेमाल के लिए उलझनें पैदा कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "हर व्यक्ति एक ऐसा रासायनिक एजेंट चाहता है, जो कैंसर कोशिका पर तो प्रभावी हो, लेकिन सामान्य कोशिका को मुक्त छोड़ दे। इस लिहाज से यह स्पष्ट है कि अंगूर का अर्क इस श्रेणी के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।"
यू-के की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2006 में अमेरिका में ल्यूकेमिया, लिम्फोमा व मायलोमा जैसे रक्त संबंधी कैंसर के कुल 118,310 नए मामले सामने आए। इनमें से 54,000 मामलों में रोगियों की मौत हो गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।