सिंहावलोकन ब्लॉग 2008 : नामी हस्तियां भी करने लगी हिंदी में ब्लागिंग
नई दिल्ली, 29 दिसम्बर (आईएएनएस)। इंटरनेट पर हिंदी के प्रचार-प्रसार में 2008 में हिंदी ब्लॉगिंग ने विशेष रूप से योगदान दिया। हिंदी ब्लॉगरों की तेजी से बढ़ती संख्या इसी बात की ओर इशारा कर रही है। विभिन्न ब्लॉग एग्रीगेटरों के अनुसार हिंदी ब्लॉग की संख्या इस वर्ष 10,000 के करीब पहुंच चुकी है।
वर्ष 2008 के शुरुआत में जहां हिंदी ब्लॉगरों की संख्या लगभग 2,000 के करीब थी वहीं साल के अंत तक लगभग 7,000 नए ब्लॉगर हिंदी ब्लॉग जगत से जुड़ गए। कई नामी हस्तियां भी अंग्रेजी ब्लॉगिंग के साथ-साथ हिंदी ब्लॉगिंग करने लगीं, जिसमें प्रमुख रूप से अमिताभ बच्चन का नाम शामिल है।
पहली बार किसी हिंदी ब्लॉग को संयुक्त राष्ट्र के किसी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। वर्ष 2008 में 'संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम' के तहत 'लाडली पुरस्कार' से 'बेटियों का ब्लॉग' को सम्मानित किया गया।
तेजी से पांव पसारते हिंदी ब्लॉगरों ने वीडियो और ऑडियो का भी सहारा लिया। शब्दों के साथ-साथ इस वर्ष लोगों ने रेडियो ब्लॉग की भी शुरुआत की। कई सामूहिक ब्लॉग तेजी से उभरकर सामने आए। राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने वाले ब्लॉगरों ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर भी जमकर ब्लॉगिंग की। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से लेकर मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों पर लगातार पोस्ट पढ़ने को मिली।
महानगरों से आगे बढ़ते हुए छोटे शहरों से भी इस वर्ष ब्लॉगर उभरकर सामने आए। रांची, भोपाल, जबलपुर जैसे शहरों से भी हिदी ब्लॉगिंग की शुरुआत हुई। दूसरी ओर ब्लॉगिंग के बढ़ते हस्तक्षेप से विचार की अभिव्यक्ति का यह माध्यम विवादों में भी फंस गया। कम्युनिटी ब्लॉगों पर चर्चाओं से गुटबाजी शुरू हुई, जिस कारण कई ब्लॉग विवादों में फंसते चले गए।
हिंदी ब्लॉगिंग वर्ष 2008 में अखबारों की सुर्खियों में भी छाया रहा। राष्ट्रीय समाचार पत्रों में ब्लॉग के लिए खास स्तंभ बने और उस पर समसामयिक मुद्दों पर चर्चा करने वाले ब्लॉगों पर लिखा जाने लगा। साथ ही समाचार चैनलों पर भी ब्लॉग पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। दूसरी ओर दिल्ली विश्वविद्यालय और कई पत्रकारिता संस्थानों में भी हिंदी ब्लॉगिग पर सेमिनार आयोजित किए गए।
साल के अंत में हिंदी ब्लॉगिंग को संगोष्ठियों में सम्मानित किए जाने की परंपरा की शुरुआत हुई। संगोष्ठियों में पहली बार ब्लॉग पाठ की शुरुआत हुई। हिंदी टाईपिंग को सुलभ बनाने के लिए भी हिंदी ब्लॉगिग ने इस साल मुहिम चलाई। देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लॉगरों के सम्मेलन आयोजित किए गए जो लगातार जारी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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