नन हत्याकांड में आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ी
सीबीआई ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से फादर जोस पुतारिका, फादर थामस कोट्टोर व सिस्टर सेफी को जमानत नहीं देने का अनुरोध किया। सीबीआई ने कहा कि आरोपियों को जमानत देने से मामले की जांच प्रभावित हो सकती है।
सिस्टर अभया हत्याकांड की जांच अंतिम चरण में है।
सीबीआई के इस निवेदन पर अदालत ने तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत 12 जनवरी तक बढ़ा दी।
सिस्टर अभया का शव 27 मार्च 1992 को कोट्टायम कान्वेंट के कुंए में पाया गया था।
इस मामले में तीन आरोपियों को सीबीआई के एक दल द्वारा 19 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। इसके पहले सीबीआई के 12 दल मामले को सुलझा पाने में विफल हो गए थे।
सीबीआई के वकील ने सोमवार को अदालत को बताया कि सेफी ने अभया पर कान्वेंट की रसोई के साथ वाले कमरे कुल्हाड़ी से तीन बार हमला किया था। उसके बाद बेहोश अभया को कान्वेंट के कुंए में डाल दिया गया था।
दूसरी ओर कनानाया कैथोलिक चर्च ने इन तीनों आरोपियों को बेगुनाह बताया है। तीनों आरोपी इसी संस्था से संबंध रखते हैं।
पिछले महीने सीबीआई ने इस चर्च के आर्कबिशप मैथ्यू मुलेकात्तू से दो घंटे तक पूछताछ की थी।
आरोपियों ने जमानत के लिए उच्च न्यायालय में अपील की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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