हुसैन के बेटे ने कहा, जोखिम भरा है उनका लौटना
मधुश्री चटर्जी
नई दिल्ली, 24 दिसम्बर (आईएएनएस)। मशहूर चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन के बेटे शमशाद हुसैन नहीं चाहते कि उनके पिता दुबई से भारत लौटें। वे अपने पिता की भारत से जुड़ी यादों को संजोने के लिए पेंटिंग्स भी बना रहे हैं।
हुसैन के बड़े बेटे शमशाद ने दिल्ली स्थित अपने आवास में आईएएनएस के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा, "यह (उनका वापस लौटना) जोखिम भरा है। वे वहां खुश हैं और हम लगभग हर तीसरे महीने उनसे मिलने वहां जाते रहते हैं।"
हुसैन ने फरवरी 2006 में उस समय देश छोड़ दिया था जब भारत माता पर उनकी बनाई कुछ पेंटिंग्स पर उठे विवाद के बाद उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं।
शमशाद ने अपने पिता के जीवन को केंद्र में रखकर कुछ पेंटिंग्स बनाई हैं जो उनके दुबई स्थित आवास में पारिवारिक कला संग्रह में रखी जाएंगी।
शमशाद ने कहा, "मैंने 15 पेंटिंग्स तैयार की हैं। मैं उनमें अपने परिवार को उकेरना चाहता था। मैंने अपने दादा-दादी के बारे में बहुत सुना था कि कैसे वे पंढरपुर से इंदौर आए। मेरी नानी का जन्म हैदराबाद में हुआ था।"
शमशाद ने अपनी पेंटिंग्स की थीम की शुरुआत सन 1915 से की है जब उनके पिता का जन्म हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।