पीडब्ल्यूडी अभियंता की हत्या का आरोपी बसपा विधायक गिरफ्तार (लीड-3)
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बसपा विधायक शेखर तिवारी को उसके एक सहयोगी के साथ कानपुर देहात जिले के रनिया इलाके से गिरफ्तार किया गया है। कानपुर देहात के पुलिस अधिकारी विधायक की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि करने से बच रहे हैं।
इससे पहले कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह ने बुधवार को लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। सिंह ने कहा इस मामले से मुख्यमंत्री मायावती का कुछ भी लेना-देना नहीं है।
सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया अभियंता मनोज गुप्ता की हत्या में विधायक शेखर तिवारी की संलिप्तता सामने आई है। कैबिनेट सचिव ने साफ किया कि मृतक का परिवार जिस भी एजेंसी से जांच करवाना चाहेगा, सरकार उसके लिए तैयार है।
उधर, प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने लखनऊ में पत्रकारों को बताया कि बुधवार तड़के विधायक अपने समर्थकों सहित मनोज को अधमरी अवस्था में लेकर दिबियापुर थाने पहुंचे। वहां उन्होंने मनोज गुप्ता पर दबंगई करने की थाना प्रभारी से शिकायत की। उसके बाद गंभीर रूप से घायल गुप्ता की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
उधर मनोज के भाई शरद गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि विधायक ने मुख्यमंत्री मायावती के जन्मदिन के लिए चंदे के रूप में बड़ी रकम की मांग की थी। मनोज ने मांगी गई राशि दे पाने में असमर्थता जाहिर की, तो विधायक ने उनकी हत्या करवा दी। शेखर त्रिपाठी औरैया से बसपा विधायक हैं।
शरद के अनुसार विधायक ने छह महीने पहले भी मनोज से चंदे की मांग की थी। यह भी कहा जा रहा है कि विधायक शेखर तिवारी और मनोज गुप्ता के बीच पीडब्ल्यूडी के एक ठेके को लेकर तनातनी चल रही थी।
पुलिस के मुताबिक बसपा विधायक के समर्थकों ने अभियंता मनोज गुप्ता को मंगलवार देर रात उनके घर से अगवा कर लिया था। उन्होंने गुप्ता को किसी अज्ञात जगह ले जाकर उनकी बुरी तरह पिटाई की। अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश्वर मिश्रा ने आईएएनएस को बताया कि बसपा विधायक शेखर तिवारी व उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इसी बीच राज्य के प्रमुख विपक्षी दलों ने मामले में मुख्यमंत्री मायावती का नाम आने के बाद उनसे इस्तीफे की मांग की है। समाजवादी पार्टी(सपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आरोप लगाया कि मायावती ने मंत्रियों व प्रदेशभर के अधिकारियों से 1,000 करोड़ रुपए की वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया है।
कांग्रेस महासचिव तथा उत्तरप्रदेश के पार्टी प्रभारी दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि हर साल मायावती के जन्मदिन (15 जनवरी) के उपलक्ष्य में प्रदेश के उद्योगपतियों, व्यापारियों व अधिकारियों से धन उगाही की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम हो गया है।
उधर, उत्तरप्रदेश अभियंता संगठन ने घटना के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। संगठन के अध्यक्ष ए.क्यू.फारुकी ने कहा है कि जब तक दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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