सिकुड़ती वैश्विक अर्थव्यवस्था की निगाहें चीन की ओर
लीमा, 24 नवंबर (आईएएनएस)। हाल की अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में जहां वैश्विक वित्तीय संकट प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है और चीन को इस संकट के हल और वित्तीय स्थिरता निर्माण की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।
लीमा, 24 नवंबर (आईएएनएस)। हाल की अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में जहां वैश्विक वित्तीय संकट प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है और चीन को इस संकट के हल और वित्तीय स्थिरता निर्माण की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार पिछली कुछ बैठकों जैसे बीजिंग की एशिया-यूरोप बैठक (असेम), अस्ताना में प्रधानमंत्रियों की बैठक, वाशिंगटन में जी 20 देशों की शिखर बैठक और लीमा में एशिया-प्रशांत सहयोग मंच (एपेक) की बैठक, हर जगह चीन मुख्य बिंदु बनकर उभरा है।
उल्लेखनीय है कि चीन दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और देश के राष्ट्रीय सांख्यिकीय ब्यूरो (एनबीएस) के अनुसार वर्ष 2007 में दुनिया के कुल सकल घरेलू उत्पाद में छह फीसदी केवल चीन का था।
चीन जापान का सबसे बड़ा और यूरोपीय संघ (ईयू) और अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।