त्रिपुरा में वन्यजीव अभयारण्य पर राजनीति तेज
अगरतला, 24 नवंबर (आईएएनएस)। त्रिपुरा में वाम मोर्चा सरकार द्वारा वन्यजीव अभयारण्य बनाने की प्रस्तावित योजना पर जनजातीय राजनीतिक दलों ने आंदोलन छेड़ने की धमकी दी है। उनका आरोप है कि इससे हजारों लोग बेघर हो जाएंगे।
इंडीजिनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा (आईएनपीटी) के महासचिव रबीन्द्र देबबर्मा का कहना है, "यदि वन्यजीव अभयारण्य बनाया गया तो उत्तरी और दक्षिणी त्रिपुरा में गांदाचारा, अमरपुर और अंबस्सा उप मंडलों के 10,000 से अधिक आदिवासी बेघर हो जाएंगे।"
उनके मुताबिक तीनों उपमंडलों के आदिवासियों को अपनी भूमि का विवरण सरकार को देने के लिए नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं।
राज्य में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की जनजातीय शाखा और कुछ अन्य दलों ने इस मुद्दे पर आंदोलन की धमकी दी है।
उधर, राज्य के वन मंत्री जितेंद्र चौधरी के मुताबिक राज्य में किसी नए अभयारण्य के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। उनका कहना है कि हाथियों और कुछ अन्य वन्यप्राणियों के लिए एक पर्यावास क्षेत्र विकसित किया जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।